आज
हमने बदलती दुनिया कि
एक तस्वीर देखी है
जो रहे न उम्र भर
वो दोस्ती देखी है
कल क्या होगा
यहाँ कोई नहीं जानता
फिर भी हमने
इंतजार कि वो घडी देखी है
जो हसंता रहा
खिलखिलाता रहा उम्र भर
आज
उसकी आँखों में नमी देखी है | आज .......
गुरुवार, 1 अप्रैल 2010
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