गुरुवार, 1 अप्रैल 2010

दोस्त

आज 
हमने बदलती दुनिया कि 
एक तस्वीर देखी है 
जो रहे न उम्र भर 
वो दोस्ती देखी है 
कल क्या होगा 
यहाँ कोई नहीं जानता
फिर  भी हमने  
इंतजार कि वो घडी देखी है 
जो हसंता रहा 
खिलखिलाता रहा उम्र भर 
आज 
उसकी आँखों में नमी देखी है | आज ....... 

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